Paris Paralympics 2024 : पिछले 2 दिन से चल रहे पेरिस में पैरालंपिक 2024 खेलों में भारतीय रेसलर प्रीति पाल ने कल शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए महिलाओं की 100 मीटर की रेस में Bronze medal अपने नाम किया इसी के साथ ही अवनी लेखरा Qualification में दूसरे स्थान पर रहकर फ़ाइनल मैच मे जगह बनाने मे कामयाब रही और कल यानि शुक्रवार को R2 महिला 10 मीटर Air Rifle स्पर्धा में Gold Medal जीत कर देश के नाम को रोशन…………
अवनी लेखरा ने Paris Paralymoics {2024} में दिलाया भारत को पहला गोल्ड मेडल –
आपको बता दे इन खेलो में भारतीय खिलाड़ियो का प्रदर्शन शानदार रहा इसी के साथ भारत पेरिस पैरालंपिक में 18 वे पायदान पर पहुंच गया आपको बता दे वंडर गर्ल के नाम से जानी जाने वाली अवनी लेखरा पैरा ओलंपिक में 2 गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई , इन्होने Peris olmapic से पहले Tokyo Para Olympic में भी महिलाओं की 10 मीटर Air Rifle स्पर्धा में Gold medal जीता था ।
जुनून का दूसरा नाम Awani lekhara:-
Awani lekhara का जन्म 8 नवंबर 2001 राजस्थान के जयपुर जिले में जन्म हुआ उनके पिता का नाम प्रवीण लेखरा हैं इन्होंने केंद्रीय विद्यालय जयपुर में पढ़ाई की।
परन्तु वर्ष 2012 में एक ऐसी घटना जिसने इनकी पूरी जिंदगी को बदल दिया एक कार दुर्घटना में इनकी रीड की हड्डी में गहरी चोट आई इसके बाद इन्हें पैरालिसिस की गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा इस समय अवनी लहरा की आयु सिर्फ 11 साल थी लेकिन उनके हौसला ने उनके जुनून ने जिंदगी को एक नया मोड़ दे दिया।
दुर्घटना के महज तीन साल बाद इन्होंने शूटिंग को अपने जीवन का हिस्सा बनाया।
अवनी के पिताजी ने पहले तीरंदाजी के लिए ट्रेनिंग देना शुरू किया कुछ समय बाद अवनी ने शूटिंग को अपना career चुना और आज इस मुकाम पर पहुंच पाई और गोल्ड को अपना बनाया।
साल 2015 में शूटिंग से ही उनका जुड़ाव शुरू हुआ जगतपुरा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में उन्होंने शूटिंग का प्रशिक्षण लिया और आज अवनी राजस्थान के साथ-साथ पूरे भारत का नाम दुनिया में रोशन कर रही है ।
Table of Contents
भारत की स्टार पैराशूटर Awani lekhara Paris Paralympics{2024} का इंटरव्यू –
एक इंटरव्यू के दौरान अवनी लेकर आना बताया कि उनका शूटिंग में रुझान अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर आया। अवनी लहरा का कहना है कि उन्होंने अभिनव बिंद्रा की आत्मकथा “ए शॉर्ट एट हिस्ट्री” पढ़ी जिसके बाद उनका निशानेबाजी में रूचि बढ़ी ।
अवनी की उपलब्धियां:
• Awani Lekhara:- 50 मीटर Air Rifle स्थान टोक्यो ओलंपिक bronze Medal
• Awani lekhara:- विश्व कप 2 Gold medal 2022
• Awani lekhara:- पैरा एशियाई खेल 1 Gold Medal
• Awani lekhara:- खेल रत्न पुरस्कार 2021
• Awani lekhara:- पदम श्री पुरस्कार 2022
Paris Paralympics 2024 प्रीति पाल ने जीता Bronze मेडल –
प्रीति ने बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए 100 मीटर की दौड़ को 14.21 सेकंड में पूरी करके Bronze medal अपने नाम किया और ऐसा करने वाली पहली भारतीय बनी |
प्रीति इससे पहले पिछले महिने मई में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य मेडल जीतने के बाद इस खेल प्रतियोगिता में भाग लेने पेरिस आई थी|
इस खेल में चीन की झोऊ जिया ने 13.58 सेकंड मे Gold medal और इसी के साथ गुओ कियानकियान ने Silver Medal जीता।
प्रीति ने गड़ा इत्तिहास, पापा ने दूध बेचकर बेटी को बनाया पैरा ओलंपियन :-
प्रीति ने उतरप्रदेश के रामराज थानाक्षेत्र के गाँव हशमपुर में जन्म लिया तथा यहाँ आपके पिताजी अनिल पाल गाँव मे दूध बेचकर गुजारा चलाते है
प्रीति मेरठ मे रहकर अभ्यास करके अपने जीवन में खेल की शुरुआत की और आज चेपियन बनके दिखाया जब इसकी खबर प्रीति के गाँव वालों के पास पहुंची तब और तभी से प्रीति के घर पर पहुँच कर मिठाई खिलाने और बधाई देने की होड़ लगी हुई है। Paris Paralympics 2024
इसके पिता अनिल पाल डेयरी संचालक दूध बेचकर अपनी बेटी को खेल जगत मे आगे बढ़ाया और प्रीति को कैलाश प्रकाश स्टेडियम मे अभ्यास करवाया , प्रीति ने गंगनगर के FIT college से B.B.A. की , प्रीति अपने परिवार के चार भाई-बहिनो मे दूसरे नंबर की है , प्रीति के शुरुआत मे कोच गौरव त्यागी रहे जिन्होंने प्रशिक्षण दिया और आज इस मुकाम तक पहुंचाया।
इससे पहले 2020 में टोक्यो ओलंपिक मे आयोजित खेल मे बाहर हो गयी लेकिन हार नही मानी और इसके बाद राष्ट्रिय खेलों मे कई स्वर्ण पदक जीते ओर अब वापस पैरा ओलंपिक मे भाग लिया |2023 में चीन मे आयोजित एशियन गेम्स में फिर से मेडल लेने चूक गई और चौथे स्थान पर रही | अब पैरा ओलंपिक में भारत की पहली महिला धावक बनकर मेडल अपने नाम किया |
प्रीति इससे पहले जापान में आयोजित World Para Athletics Championships में दो पदक जीतकर चर्चा में आई थी।
Paris Paralympics 2024
प्रीति पाल बचपन से है दिव्यान्ग:-
प्रीति पाल को बचपन से सेरेब्रल पाल्सी नामक बीमारी से पीड़ित है जिससे पैरो मे कमजोरी रहती है लेकिन इनके पापा अनिल पाल ने हौसला हारने नही दिया, प्रीति पिछले 8 सालों से मेरठ के मैदान मे अभ्यास किया साथ ही जवाहलाल नेहरू स्टेडियम में भी अभ्यास किया।
Paris Paralympics 2024
“हौंसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे…. तुझे तेरा मुकाम मिल जाएगा,
बढ़कर अकेला तू पहल कर देखकर तुझको… काफिला खुद बन जाएगा । “
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन तीनों को बात करके और अपने सोशल मीडिया के माध्यम से बधाइयां दी है और भारत आने पर उनसे मीटिंग रखी गई है|
CM योगी ने वीडियो कॉल पे बात करके दी बधाई:-
प्रीति पाल को उतरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बधाई दी ओर साथ ही आगे होने वाले 200 मीटर प्रतियोगिता के ऑल द बेस्ट बोला है सहती वापस लौटने पर नहीं उनको सम्मानित किया जाएगा |
प्रतिपाल के गांववालों ने भी उनके घर जाकर उनके परिवार को बधाई दी और मिठाइयां बांटी जब प्रीति पाल गांव लौटेगी तो गांववालों ने डीजे बजवा कर स्वागत करने का निर्णय लिया है
Paris Paralympics 2024
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्रीमान भजनलाल शर्मा ने उनसे बात करते हुए इसके लिए बधाई दी और राजस्थान पधारने पर उन्हें सम्मान दिया जाएगा।
साथी उनके घर पर उनके पिताजी को भाजपा के बड़े-बड़े नेता पहुंचकर बधाई दे रहे हैं।
भारत सरकार के प्रतिपक्ष नेता श्रीमान राहुल गांधी ने भी सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट करते हुए उन्हें गोल्ड मेडल प्राप्त करने पर बधाई दी।
Paris Paralympics 2024
Paris Paralympics 20024 : मोना ने जीता ब्रॉन्ज मेडल –
मोना अग्रवाल ने पेरिस पैरा ओलंपिक 2024 खेल मेंएयर राइफल स्पर्धा में ब्रांच मेडल जीत कर रचा इतिहास, इसके साथ ही अवनी लहरा ने भी गोल्ड मेडल जीता ।
228.7 अंक लाकर मोना अग्रवाल ने ब्रांच मेडल जीता : अपने जीवन के पहले पैरा ओलंपिक खेल में मोना अग्रवाल ने 228.7 अंक प्राप्त करके ब्रांच मेडल अपने नाम किया और भारत का नाम रोशन किया।
Paris Paralympics 2024
कौन है मोना अग्रवाल : –
राजस्थान के सीकर जिले में जन्म हुआ़, जीवन बचपन से ही अपंग होने के कारण मुश्किल भरा गुजरा।
अग्रवाल को पोलियो की बीमारी होने के कारण चलने में असमर्थ थी आपको बता दें मोना अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए जयपुर अपनी नानी के पास चली गई वहां पर अग्रवाल ने पारा भारत की और रुख किया।
Paris Paralympics 2024
पहले मोना व्हील चेयर तक सीमित थी जयपुर आने के बाद अग्रवाल ने एथलेटिक्स की ओर मन बनाया, शॉट पुट जैवलिन थ्रो और पावरलिफ्टिंग में किस्मत आजमाई प्रत्येक इवेंट में राज्य स्तर तक पहुंची मोना का शरीर कमजोर होने की वजह से एथलेटिक्स में अपना पूरा सपना साकार नहीं कर पाई।
Paris Paralympics 2024
2021 में मोना ने पैराशूट में हिस्सा लिया इसके साथ ही क्रोशिया के ओसीजैक में होने वाले विश्व कप में चुना गया वहां मोना ने पहले ही प्रयास में ब्रांच मेडल अपने नाम किया इसके साथ मोना का सपना सच हुआ।
वर्तमान पेरिस ओलंपिक 2024 में मोना ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपने नाम का एक नया इतिहास जड़ दिया है।
Paris Paralympics 2024