Hassan nasrallah : 5 दिन में कैसे बेदम हो गया दुनिया का सबसे ताकतवर संगठन हिजबुल्लाह, जानें नेतन्याहू प्लान की बेस्त Best Inside स्टोरी
Hassan nasrallah : 5 दिन में कैसे बेदम हो गया दुनिया का सबसे ताकतवर संगठन हिजबुल्लाह, जानें नेतन्याहू प्लान की Inside स्टोरी….
आपको बता दे इसराइल ने 23 सितंबर से पूरी ताकत के साथ हिजबुल्लाह के खिलाफ एक प्रकार से जंग छेड़ी थी और दुनिया का सबसे ताकतवर गैर सरकारी संगठन इसको सिर्फ 5 दिन में ही इसराइल के द्वारा घुटनों पर ला डाला।
अब यह स्पष्ट हो चुका है कि इजराइली हमले ( Hassan nasrallah ) में अब तक इस संगठन की टॉप लीडरशिप खत्म हो चुकी है। इसी के साथ आपको बता दे की एक लाख की फौजी तो इस संगठन के पास है मगर इसको निर्देश देने वाला अब कोई नहीं है जिसकी वजह से यह संगठन फेल होता नजर आ रहा है।
आज के लेख में आपको इसराइल और इस संगठन के बारे में संपूर्ण डिटेल { Hassan nasrallah } के साथ जानकारी देने वाले हैं
• जैसे की कमांडरों को ढेर कर इजरायल ने बनाई एक तरह से ही मनोवैज्ञानिक बढ़त।
• बात करें दूसरी तो हथियार डिपो को निशाना बना संगठन को बिल्कुल कमजोर कर दिया।
• मोसाद ने खुफिया सूचना जुटा और आईडीएफ ने हमला को दिया एक बड़ा अंजाम।
अगर बात करें आज के लेख की तो इसमें हम लोग आपको इसराइल ने सिर्फ 5 दिन में दुनिया के सबसे बड़े गैर सरकारी संगठन को कैसे कमजोर किया आपको बता दे यह करना इतना तो आसान नहीं था लेकिन इसराइल पिछले 11 महीने से संगठन के खिलाफ बड़ा प्लान बना रहा था जिसके चलते अब इसराइल को इस तरह की सफलता हासिल हुई है।
आइए पढ़ते हैं आज के लेख में इजरायल के प्लान की इनसाइड स्टोरी, इसराइल ने है हिजबुल्लाह के खिलाफ 23 सितंबर को जंग का ऐलान किया था और 27 सितंबर को उसके सरगना हसन नसरुल्लाह को मार गिराया इसी के साथ आपको बता दे इसराइल ने इस संगठन के कई सारे ऐसे लड़ाकु कमांडो को मार गिराया। [ Hassan nasrallah ]
कहां से शुरु हुई लड़ाई { Hassan nasrallah } :
7 अक्टूबर 2023 को इसराइल पर Hamas ने बड़ा हमला बोला और इस समय 1200 इजरायली नागरिकों की जान चली गई इसी के साथ 251 को बंधक बना लिया गया जिसके चलते इजरायल के दिमाग में इस हमले को लेकर खटक थी।
आपको बता दे इसी के साथ israeli ने हम मास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया और इसी बीच Gaja में इसराइली हमले के विरोध में Hijbullah ने भी Northern इसराइल को निशाना बनाकर जंग का ऐलान किया इसके बाद नतीजा यह सामने आया की करीब 68 हजार इजरायली नागरिकों को अपने घर छोड़ने पड़ गए।
इजरायल का हमास पर फोकस :
एक विशेष जानकारी के तहत आपको बता दें कि पिछले 11 महीने तक इसराइल ने बेहद सादे अंजाम में काम किया, उन्होंने पूरा फोकस Gaja में Hamas को खत्म करने पर लगा दिया।
उत्तरी सीमा पर इजरायली फौज ने हिजबुल्लाह के हमले का बचाव किया और उसे एक तरीके से पता था कि अगर अभी इस संगठन के खिलाफ आक्रामकता दिखाई तो कहीं आर पार की लड़ाई न लड़नी पड़ जाए।
मोसाद ने की गैर सरकारी संगठन की खुफिया निगरानी –
एक साइड मोसाद द्वारा Gaja में मास की कमर को तोड़ना बिल्कुल जारी रखा तो वहीं पर दूसरी तरफ उसके सरगना स्माइल हानियां को ईरान की राजधानी तेहरान में ढेर कर दिया।
इसके चलते स्माइल की मृत्यु का संदेश जैसे ही हम मास के पास पहुंचा तो उसकी कमर और ज्यादा टूट गई और मोसाद ने हिजबुल्लाह ( Hassan nasrallah ) पर निगरानी रखना भी शुरु कर दी ।
मोसाद ने इस संगठन पर इसलिए निगरानी रखना शुरू कर दिया क्योंकि उसको पता था कि हम मास के बाद इसी संगठन से इसराइल को ज्यादा खतरा है।
गैर सरकारी संगठन को जासूसी का लगा पता :
फरवरी में इस संगठन के के Hassan nasrallah को इजरायली जासूसी का एक तरीके से शक हो गया , इसके बाद इस संगठन के के ने सभी अपने सैनिकों को मोबाइल फोन को उसे करना मना कर दिया और उसके स्थान पर पेजर और वॉकी टॉकी का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया।
इजरायल ने शुरू की जंग –
आपको बता दे उधर Gaja में हमास बेहद ही कमजोर हो गया तो इसराइल ने इस गैर सरकारी संगठन के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय लिया और इजरायल ने इस संगठन पर हमले की वजह यह बताई की जब तक इसे खत्म नहीं किया जाएगा तब तक उत्तर इजराइल में 68000 लोगों की सुरक्षित घर वापसी संभव नहीं हो सकती है।
पेजर हमले से पैदा किया डर –
आपको एक विशेष जानकारी के मुताबिक यह बता दे की 17 और 18 अक्टूबर को मौसम ने पूरे इजराइल में इस पेजर नेटवर्क को और सोलर पैनल में धमाका कर दिया इसमें आपको बता दे सोशल मीडिया की जानकारी के अनुसार 50 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और इस धमाके से ही इसराइल ने अपनी ताकत का अहसास कर दिया।
इसके साथ ही संचार नेटवर्क को भी दस्त करना इसराइल ने तय किया और इसी बीच इस गैर सरकारी संगठन का जो संचार सिस्टम है वह पूरी तरह कैसे इजराइल में नष्ट कर दिया और इस कारण इस गैर सरकारी संगठन के पास लड़ाकू से बातचीत और तालमेल बनाने का कोई साधन नहीं बचा था। ( Hassan nasrallah )
किसको ज्यादा हुआ नुकसान –
अब आपको 11 महीने के संघर्ष में जो नुकसान हुआ उसके बारे में जानकारी दे देते हैं सोशल मीडिया की विभिन्न सूत्रों के मुताबिक आपको बता दें की गैर सरकारी संगठन के 500 से अधिक लड़कों की जान जा चुकी थी 7 अक्टूबर से 20 सितंबर तक इसराइल और इस गैस सरकारी संगठन के बीच कुल 10,214 हमले हुए इसराइल ने लगभग 81% यानी 8313 हम लोग को अंजाम दिया तो वही यहां पर 752 लोगों की जान चली गई ।
बात करें गैर सरकारी संगठन की तो इसने 1,901 हमले की जिम्मेदारी ली है इससे नतीजा यह निकला की 68000 इजरायली नागरिकों को घर छोड़ना पड़ा। ( Hassan nasrallah )
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